Sunday 10 April 2016

बब्बन काका का नीम पेड़

गाँव में पुराना नीम का पेड़ कट गया। पेड़ के कटने के अगले ही दिन बब्बन काका चल बसे। उसके बाद कभी चौपाल नहीं बैठी। आग हर जगह जल रही थी पर उसके चारो ओर बैठकर बात करने के लिए मन नहीं थे। शहर के साज की आवाज से गाँव गूँज रहा है। डिस्को के शोर में कीर्तन भूल चुके हैं हम क्यों कि राम अब बब्बन काका का राम नहीं बल्कि एक नेता है।

          (Photo: Sumer Singh Rathore)

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