अगर आपको धूप चुभती है तो आपने
सर्दियाँ नहीं देखी और अगर आपको सर्द लग रही हो तो आपने सूरज से कभी नज़रें नहीं
मिलायीं हैं। जब राह चलते चलते अँधेरा हो जाए और परछाई भी अपरिचित की तरह आँखों
में गड़ने लगे तो समझिए प्यार हो गया है। किताबें पढ़ न रहे हो और वह लिफाफे की तरह
दिखायी देतीं हों हर किसी की नब्ज़ गर्म हो तो समझो कबीर होना ही किस्मत थी।
Songs of Sumera |
No comments:
Post a Comment